विभु तत्त्व को जानकर व्यापक हो जाओ
श्रीराम नवमीः 8 अप्रैल संत श्री एकनाथ जी महाराज ने ‘भावार्थ रामायण’ के द्वारा तात्त्विक ज्ञान की दृष्टि से भगवान श्रीराम के जीवन-चरित्र का निरूपण किया है, जो अध्यात्म के जिज्ञासुओं तथा आत्मकल्याण के इच्छुकों के लिए बहुत ही उपयोगी है। भक्त की आत्मानंद में लीन हो जाने की स्थिति का वर्णन करते हुए संत …