298 ऋषि प्रसादः अक्तूबर 2017

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

एक बार भीतर की ज्योत जग जाय फिर सदा दीवाली- पूज्य बापू जी


दीपावली पर्वः 17 से 21 अक्तूबर 2017 दीवाली की रात्रि में बाहर के लाखों-करोड़ों दीये जलते होंगे और वे एक रात्रि के लिए जगमगाहट पैदा कर देते होंगे लेकिन भीतर का दीया एक हृदय में जग जाय तो वह लाखों के हृदय में जगमगाहट कर देगा। बाहर से न दिखेगा लेकिन भीतर से बड़ी स्वच्छता, …

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अहंदान से बढ़कर कोई दान नहीं – पूज्य बापू जी


बलि प्रतिपदा – 20 अक्तूबर 2017 भगवान से कुछ माँगो मत। माँगने से देने वाले की अपेक्षा तुम्हारी माँगने की वस्तु का महत्त्व बढ़ जाता है। ईश्वर और गुरु माँगी हुई चीजें दे भी देते हैं किंतु फिर अपना आपा नहीं दे पाते। बलि ने भगवान वामन से कह दियाः “प्रभु ! आप जो चाहें …

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अपना उद्धार स्वयं ही करना होगा


आपके लिए दूसरा कोई साधन नहीं कर सकता। त्याग आपके स्वयं का धर्म है और सच्चिदानंद ब्रह्म आपके स्वयं का स्वरूप है। साधन, भजन, त्याग खुद को करना पड़ता है। आलसी, प्रमादी लोगों का यह रास्ता नहीं है। वेदांत का अध्ययन दूसरी वस्तु है और श्रवण दूसरी वस्तु है। प्रमाणगत संशय ( वेदांत शास्त्र का …

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