तब वह ज्ञान का अधिकारी होता है
एक राजा गुरु के पास गया । गुरु बहुत प्रसन्न होकर बोलेः “वर माँगो ।” राजाः “आप जो उत्तम जानते हैं, वह अपना ज्ञान दीजिये ।” “नहीं । ज्ञान नहीं, काम लो ।” मैंने विचार करके देख लिया कि विषय नाशवान हैं ।” “नाशवान हैं तो क्या हुआ ? एक बार तो भोग लो ।” …