340 ऋषि प्रसादः अप्रैल 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

ऐसी सेवा स्वामी को वश में कर देती है – पूज्य बापू जी


(श्री राम नवमीः 21 अप्रैल 2021, श्री हनुमान जयंतीः 27 अप्रैल 2021) उत्साही शिष्य सद्गुरु की सेवा करने का, अपने स्वामी को रिझाने का साधन खोज लेता है । भले उसको कोई सेवा बताओ नहीं, कोई सेवा दो भी नहीं, तब भी जिसको उत्साह है वह सेवा खोज लेगा । रामराज्य के बाद एक बार …

Read More ..

सच्चा सौन्दर्य क्या ?


भारत की जो माताएँ-बहनें पाश्चात्य रंग-रोगन व फैशन-प्रधान जीवनशैली का अनुसरण करने में गौरव मानती हैं उन्हें अब इस भुलावे से बाहर आ जाना चाहिए । फैशनेबल वस्त्र पहनने से वास्तविक सुख-सौन्दर्य का कोई सम्बंध नहीं है, सच्ची सुन्दरता तो व्यक्ति का उज्जवल चरित्र है । ब्रह्मवेत्ता सद्गुरु का आदर, इन्द्रियों का संयम, मधुर भाषण, …

Read More ..

प्रेम को किसमें लगायें ? – पूज्य बापू जी


संत कबीर जी ने कहा हैः जा घट प्रेम न संचरै, सो घट जान मसान । जैसे खाल लुहार की, साँस लेत बिन प्रान ।। गुरु गोविंदसिंह जी कहते हैं- साचु कहौ सुन लेहु सभै जिन प्रेम किओ तिन ही प्रभु पायो ।। जिसने प्रेम किया उसी ने पिया को, प्रभु को पाया । अकड़ …

Read More ..