347 ऋषि प्रसादः नवम्बर 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

किनकी शरण श्रेष्ठ है ? – पूज्य बापू जी


योगः कर्मसु कौशलम् । कर्म में कुशलता क्या है ? काजल की कोठरी में जायें और कालिमा न लगे यह कुशलता है । संसार में रहें और संसार का लेप न लगे यह कुशलता है । एक महात्मा थे । बीच शहर में उनका मठ था । मठ द्वारा सामाजिक उन्नति की बहुत सारी प्रवृत्तियाँ …

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अमरफल लाने वाला बालक रंगु – पूज्य बापू जी


मद्रास ( चेन्नई ) की घटना है । एक बच्चा था रंगु । एक दिन उसके पिता ने उसको पैसे दिये और कहाः ″जाओ बेटे ! फल-वल ले आओ, खायेंगे ।″ पैसे लेकर वह बबलू रंगु फल लेने गया । रास्ते में उसने देखा कि एक व्यक्ति कराह रहा है तो उसने पूछाः ″चाचा जी …

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मैं उसे कभी संत नहीं कहूँगा – संत तुकाराम जी


करिसी तें देवा… …विशीं करितां दंड ।। हे भगवान ! आपको मेरा जो करना है वह खुशी से करो लेकिन मैं मेरे मुख से उसे कभी संत नहीं कहूँगा जो राज्यसत्ता, धन आदि पाने की इच्छा रखता हो तथा दम्भ और मान-सम्मान की इच्छा के वश हो गया है । यद्यपि सारा संसार ईश्वरस्वरूप ही …

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