दैनिक जागरण, नई दिल्ली। ‘गुजरात महिला आयोग’ की अध्यक्ष लीला बहन अंकोलिया के नेतृत्व में एक महिला पुलिस अफसर और जाँच दल ने आशारामजी बापू के मोटेरा (अहमदाबाद) स्थित महिला आश्रम का दौरा किया। एसआईटी आयोग की टीम ने सभी महिलाओं से एक-एक करके अकेले में पूछताछ की और यह जानने की कोशिश की कि कहीं कोई महिला आशाराम बापू के द्वारा प्रताड़ित तो नहीं की गयी है। लेकिन आयोग को कोई भी शिकायत नहीं मिली।
उल्लेखनीय है कि आश्रम से निकाले गये कुछ गद्दारों ने अपनी गंदी जुबान से जो मनगढ़ंत, कल्पित कहानियाँ रचीं, उन्हें पुख्ता सबूतों के तौर पर पेश कर मीडिया ने कई स्टोरियाँ रचीं और खुद भी मनगढ़ंत आरोप-पर-आरोप लगाये। लेकिन कहते हैं न कि ‘साँच को आँच नहीं। सत्यमेव जयते।’ गुजरात महिला आयोग की जाँच में जो सत्य सामने आया, उसने अनर्गल, झूठे आरोप लगाने वाले अमृत प्रजापति, महेन्द्र चावला तथा उन्हीं के आरोपों को दोहराने वाले मीडिया की पोल खोलकर रख दी है।
स्रोतः ऋषि प्रसाद, नवम्बर 2013, पृष्ठ संख्या 17, अंक 251
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