स्वतंत्रता माने उच्छ्रंखलता नहीं
-पूज्य लीलाशाह बापू के सत्संग प्रवचन से जिज्ञासुः “स्वामी जी ! आजकल स्वतंत्रता के नाम पर बहुत कुछ नहीं होने जैसा भी हो रहा है। यदि किसी को कुछ समझायें तो वह यह कह देता है कि हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हैं। अतः हम अपनी इच्छानुसार जी सकते हैं।” स्वामी जीः “(गंभीर शब्दों में) ऐसे मूर्ख …