हम इंतज़ार करते हैं कि आप वहाँ कब पहुँचते हो – पूज्य बापू जी
यह वह दिन है जिसकी बाट जीव करोड़ों जन्मों से देखता है ।जीव कई बार जन्म लेता है और मर जाता है – जिस पद को पाये बिनासब करा-कराया छोड़ के रीता हो जाता है, उस पद को प्राप्त करानेवाला यह आत्मसाक्षात्कार का दिवस है । श्रीकृष्ण, श्रीराम, शिवजी केदर्शन हो जायें, यह बडी बात …