359 ऋषि प्रसाद: नवंबर-2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

जीवन के विकास के दो पंख – पूज्य बापू जी


जीवन के विकास के दो पंख हैं – प्राणशक्ति और ज्ञानशक्ति । व्यक्ति की प्राणशक्ति जितनी मजबूत है और ज्ञान जितना ऊँचा है वह उतने ऊँचे-से-ऊँचे पद पर पहुँच जाता है । बच्चों को, बड़ों को प्राणशक्ति और ज्ञानशक्ति – इन दो शक्तियों की जरूरत है । ये दोनों बढ़ गयीं तो व्यक्ति सारी दुनिया …

Read More ..

…और वह दिल का राजा हो गया- पूज्य बापू जी


वैदिक काल की बात है । राजा तेजबहादुर घूमने गया । लौटते समय रात्रि हो गयी, पूनम की रात नहीं होगी । वह दूसरे रास्ते से आया, एक झोंपड़ी दिखी । सोचा कि ‘इस जंगल में कौन बेचारा रहता है ?’ झोंपड़ी मे जरा झाँका, देखा कि एक टाट का टुकड़ा है, उस पर कोई …

Read More ..

आपराधिक प्रवृत्ति छोड़कर डॉन बन गया भगत – पूज्य बापू जी


हम तो किसी का बुरा नहीं चाहते हैं । गुंडे का भी बुरा नहीं चाहते, उसका भी भला हो । संत क्यों किसी का बुरा चाहेंगे ! हाँ, किसी की गलती है तो भले हम डाँट देंगे पर डाँटेगे इसलिए कि उसका भला हो । उसकी बुराई के लिए हम नहीं डाँटते । आज से …

Read More ..