परम सत्ता पर निर्भरता होने से होता रोग-निवारण – परमहंस
योगानंद जी
उस परम सत्ता की शक्ति को निरंतर विश्वास और अखंड प्रार्थनासे जगाया जा सकता है । आपको उचित आहार लेना चाहिए और शरीरकी उचित देखभाल के लिए जो भी करना आवश्यक है वह अवश्य करनाचाहिए । परंतु इससे भी अधिक भगवान से निरंतर प्रार्थना करनीचाहिएः ‘प्रभु ! आप ही मुझे ठीक कर सकते हैं क्योंकि …