शीलवान व्यक्ति के लिए कुछ भी असम्भव नहीं
महर्षि बोधायन के पास कई विद्यार्थी अध्ययन करने के लिए आतेथे । उनका आश्रम विद्यार्थियों से भरा रहता और वे उनके सर्वांगीणविकास पर विशेष ध्यान देते थे ।एक दिन वे शिष्यों की प्रार्थना पर आश्रम के निकट स्थित एकनदी के तट पर गये । शिष्य गुरु के साथ नदी में बड़ी देर तक तैरतेरहे । …