ब्रह्मज्ञान क्यों जरूरी है ? – पूज्य बापू जी
सारे सुख-दुःख छू हो जायेंगेअध्यात्मज्ञान की कमी के कारण ही सारे दुःख, सारे संघर्ष, सारीसमस्याएँ, बेचैनी और अशांति उत्पन्न होती है ।अध्यात्मज्ञाननित्यत्वं तत्त्वज्ञानार्थदर्शनम् ।एतज्ज्ञानमिति प्रोक्तमज्ञानं यदतोऽन्यथा ।।‘अध्यात्मज्ञान में निष्ठा (नित्य स्थिति) होना और तत्त्वज्ञान केप्रयोजन का विचार करना (अर्थात् तत्त्वज्ञान के अर्थरूप परमात्मा को हीदेखना) – यह सब ज्ञान कहा जाता है, इससे जो भिन्न …