266 ऋषि प्रसादः फरवरीः 2015

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

ऐसा महान स्वरूप है !


ब्रह्मज्ञानी महापुरुषों ने मानव-समाज को ऐसे ऐसे खजाने दे रखे हैं कि संसार के हीरे-मोतियों के खजानों का मूल्य उनके आगे कंकड़-पत्थर जितना भी नहीं है। काली कमली वाले बाबा द्वारा रचित ‘पक्षपातरहित अनुभवप्रकाश’ ग्रंथ जो ‘आध्यात्मिक विष्णु पुराण’ के नाम से भी जाना जाता है, यह वह सद्ग्रंथ है जिसमें अपने परम आनंदमय आत्मस्वरूप …

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ॐ सत्य के साक्षात्कार का एकमात्र मार्ग


सत्य का साक्षात्कार करने के लिए देशांतर कालांतर या वस्तवंतर (वस्तु-अंतर=अन्य-अन्य वस्तु) की ओर दौड़ना और उनके और-छोर को प्राप्त कर लेने का प्रयास करना निरर्थक है। उनके स्वरूप को जानने के लिए दृश्य की और से अनुसंधान का मुख मोड़ना पड़ेगा। द्रष्टा ही ज्ञान है, भान अनुभव है। अतः दृश्य से विमुख होकर अपने …

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