तेषां सततयुक्तानां…. पूज्य बापू जी
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं- तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम् । ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयन्ति ते ।। ‘उन निरंतर मेरे ध्यान आदि में लगे हुए और प्रेमपूर्वक भजने वाले भक्तों को मैं वह तत्त्वज्ञानरूप योग देता हूँ, जिससे वे मुझको ही प्राप्त होते हैं ।’ (भगवद्गीताः 10.10) सततयुक्तानां…. ‘सततयुक्त’ का अर्थ ऐसा नहीं कि आप …