रस्सा काट दो !
पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रवचन से एक दिन सुबह शिवाजी की माँ दातुन कर रही थीं। उन्होंने शिवाजी से हाथ का इशारा करते हुए कहाः “शिवा ! ये देखो, मैं रोज सुबह दुष्टों का झंडा देखती हूँ। इसका कुछ उपाय करो।” शिवाजी ने सोचा, ‘यह ताना जी का काम है और वे छुट्टी पर हैं। …