264 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2014

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

हीन व दुर्बल विचारों को त्याग दो


(राष्ट्रीय युवा दिवसः 12 जनवरी 2015) एक आदमी एक रास्ते से गुजर रहा था। उसने देखा की पेड़ के नीचे कुछ हाथी बँधे हैं। उसे बड़ा आश्चर्य हुआ कि इतने बड़े हाथी और छोटी-छोटी रस्सियों से बँधे हैं ! ये जरा सा भी झटका मारें तो रस्सियाँ टूट जायेंगी। उसने महावत से कहाः “क्या तुमने …

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स्वास्थ्यवर्धक आँवला


आँवला एक ऐसा श्रेष्ठ फल है जो वात, पित व तीनों दोषों का शमन करता है तथा मधुर, अम्ल, कड़वा, तीखा व कसैला इन पाँच रसों की शरीर में पूर्ति करता है। आँवले के सेवन से आयु, स्मृति, कांति एवं बल बढ़ता है। हृदय एवं मस्तिष्क को शक्ति मिलती है। आँखों के तेज में वृद्धि, …

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शब्द का प्रभाव – पूज्य बापू जी


शब्दों का बड़ा भारी असर होता है। दिन रात अज्ञानता के शब्द सुनते रहने से अज्ञान दृढ़ हो जाता है, विकारों के शब्द सुनते रहने से मन विकारी बन जाता है, निंदा के शब्द सुनते रहने से चित्त संशयवाला बन जाता है, अपनी प्रशंसा के शब्द सुनते रहने से चित्त में अहंभाव आ जाता है। …

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