300 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2017

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

बालक श्रीनिवास से बने संत जगन्नाथदास


1649 ईस्वी में उत्तरी कर्नाटक के एक गाँव में एक बालक का जन्म हुआ, नाम रखा गया श्रीनिवास। बड़े होकर इन्होंने संस्कृत भाषा व शास्त्रों में विद्वता प्राप्त की परंतु विद्वता की प्रसिद्धि ने इन्हें अहंकारी बना दिया था। ये उच्च कोटि के संत विजयदास जी की निंदा और उपहास करने लगे। सुखमनि साहिब में …

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चमत्कार का विज्ञान-पूज्य बापू जी


जिसके मन-बुद्धि जितने अंश में उस परब्रह्म-परमात्मा के करीब पहुँचते हैं, उसके द्वारा उतनी ही कुछ कल्पनातीत घटनायें घट जाया करती हैं, जिन्हें लोग चमत्कार कहते हैं। चमत्कार भी इसलिए कहते हैं क्योंकि वे सामान्य मानव की समझ में नहीं आतीं, अन्यथा वह पूर्ण तत्त्व सबके पास उतने-का-उतना, पूरे-का-पूरा है। संतों की महत्ता व उनके …

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