300 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2017

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

भारतवासी संगठित रहें


रोम, यूनान, मिस्र और भारत – इन चारों की संस्कृतियाँ अति प्राचीन हैं लेकिन तीन संस्कृतियों को धकेल दिया गया अजायबघरों में, अब केवल भारतीय संस्कृति की महक मौजूद है। उसको नष्ट करने के लिए लगे हैं पर भारतीय संस्कृति में अदभुत क्षमता है … मिट गये जहाँ से हमें मिटाने वाले। अयोध्या का नाम …

Read More ..

बेमन का भगवन्नाम भी करता है अपना काम


एक बार प्रभुदत्त ब्रह्मचारी कुछ युवकों के साथ कारागृह की कालकोठरी में बैठे हुए थे। उनमें से जो विशेष तार्किक थे उन्होंने पूछाः “ब्रह्मचारी जी ! यह हमारी समझ में नहीं आता कि आप बेमन से भी जो ‘श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी ! हे नाथ नारायण वासुदेव !’ कहते हैं, इससे क्या लाभ ? इससे …

Read More ..

बुद्धि, स्वास्थ्य व सत्संकल्प के पोषण का पर्व-पूज्य बापू जी


मकर सक्रान्ति के दिन से बुद्धि के अधिष्ठाता देव सूर्यनारायण मकर राशि में प्रवेश करते हैं। यह त्यौहार भी है, सत्संकल्प व सूर्योपासना करने की प्रेरणा देने वाला पर्व भी है। मनोकामनापूर्ति के लिए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, स्वास्थ्य के लिए सूर्यस्नान और ध्यान किया जाता है। सत्संकल्प व प्रार्थना करें इस दिन …

Read More ..