331 ऋषि प्रसादः जुलाई 2020

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

क्षमा माँगने का सही ढंग – पूज्य बापू जी


लोग बोलते हैं- ‘जाने-अनजाने में मुझसे कुछ गलती या भूलचूक हो गयी हो तो माफ कर देना ! ‘ यह माफी लेने की सच्चाई नहीं है, बेईमान है । यह माफी माँगता है कि मजाक उड़ाता है ? ‘भूलचूक हो गयी हो तो….’ नहीं कहना चाहिएः ‘भूल हो गयी है, क्षमा माँगने योग्य नहीं हूँ …

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हर हृदय में कृष्णावतार सम्भव है और जरूरी भी है


(श्रीकृष्ण जन्माष्टमीः 11 व 12 अगस्त) – पूज्य बापू जी भगवान श्रीकृष्ण का जन्म बुझे दीयों को फिर से जगाने का संदेश देता है, मुरझाये दिलों को अपना ओज का दान करता है । श्रीकृष्ण के जीवन में एक और महत्त्वपूर्ण बात छलकती, झलकती दिखती है कि बुझे दिलों में प्रकाश देने का कार्य कृष्ण …

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परिप्रश्नेन….


प्रश्नः मंत्रदीक्षा लेने से जीवन में परिवर्तन किस प्रकार होता है ? पूज्य बापू जीः मंत्रदीक्षा का अर्थ है कि हमारी दिशा बदले, हमारा सोचने का ढंग बदले । मंत्रदीक्षा मिलते ही छूमंतर हो जायेगा ऐसा नहीं है । मंत्रदीक्षा मिलने से आपको धड़ाक-धूम हो के बस ढेर अशर्फियाँ गिर जायेंगी…. नहीं । मंत्रदीक्षा लेने …

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