331 ऋषि प्रसादः जुलाई 2020

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

महाविनाश का कारण


आयुर्वेद के महान ग्रंथ चरक संहिता (विमान स्थान,  अध्याय ३)  में एक कथा आती हैः ‘एक बार महर्षि पुनर्वसु आत्रेय जंगल में जा रहे थे। उनके पीछे उनका शिष्य अग्निवेश था। एकाएक महर्षि रुके और लम्बी साँस लेकर बोलेः “महानाश आने को है!” अग्निवेश ने पूछाः”कैसा महानाश?  गुरुदेव?” “जल दूषित हो रहा है,  पृथ्वी बिगड़ …

Read More ..

जवानी निकल गयी तो गये…. पूज्य बापू जी


ईश्वरप्राप्ति के रास्ते चल लो, बस । ऐसी चीज मिलती है कि अपना तो कल्याण, साथ ही लाखों-करोड़ों का कल्याण हो जाय ।  ऐसा है ईश्वर-साक्षात्कार ! कुछ भी नहीं बोले, ईश्वर साक्षात्कार करके चुप भी बैठें तब भी ईश्वरप्राप्त महापुरुषों के श्वासोच्छ्वास, उनकी दृष्टि, उनके परमाणु लोगों का मंगल करते हैं । ऐसी ईश्वरप्राप्ति …

Read More ..

बहुत सरल है ह्रास को रोक के विकास करना ! – पूज्य बापू जी


1. व्यर्थ का चिंतनः व्यर्थ का चिंतन त्याग दें । व्यर्थ चिंतन हटाने के लिए बीच-बीच में ॐकार का उच्चारण, सुमिरन करें । व्यर्थ के चिंतन में शक्ति का ह्रास होता है । व्यर्थ की उधेड़बुन होती रहती है, उसमें बहुत सारी शक्ति खत्म होती है । भगवद्-उच्चारण, भगवत्सुमिरन से व्यर्थ के चिंतन का अंत …

Read More ..