331 ऋषि प्रसादः जुलाई 2020

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

विषमता हो तो ऐसी – पूज्य बापू जी


आचार्य विनोबा भावे के पिता का नाम था नरहरि भावे और उनकी माँ का नाम था रखुमाई । रखुमाई और नरहरि भावे मानते थे कि ‘अपनी कमाई के कुछ हिस्से का दान पुण्य करना चाहिए’ तो एक गरीब विद्यार्थी को लाकर घर में रख देते थे । जब विनोबा विद्यार्थी थे तो नकी माँ उनको …

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तुमको वह खजाना कब चाहिए ? – पूज्य बापू जी


कितनी भी सिद्धियाँ हासिल कर लो, इन्द्रपद पा लो लेकिन यदि संयम जीवन में नहीं है तो कोई लाभ नहीं, आत्मसाक्षात्कार नहीं होगा । संयम जीवन में बहुत आवश्यक है । ईश्वर के सिवाय कहीं भी मन लगाया तो अंत में रोना ही पड़ेगा और 84 लाख योनियों में करोड़ों वर्ष भटकना पड़ता है । …

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