मन के द्वन्द्व का समाधान क्यों और किनसे करें ?
शूर्पणखा से जब रावण ने सुना कि दो राजकुमारों ने उसकी बहन की नाक काट ली तो सके मन में क्रोध का उदय हुआः ‘अरे ! मैं जगत-विजेता रावण और मेरी बहन का इतना बड़ा अपमान ! मैं बदला लिये बिना नहीं रहूँगा ।’ मानो उसके मन ने कहा कि ‘बदला लूँ ।’ किंतु रावण …