गुरुद्रोही छोरी
जितना ओपनली बोलते हैं कि बापू से हम अलग है उतना ही ओपनली यह भी बोले कि बापू के भक्त यहां ना आए और जो एकनिष्ठ गुरुभक्त नहीं है वही इनके पास जाते है जो गुरु का अंश और गरु परिवार की बीन बजाते है इन बातों को अपनी खुली आंखों से देखना चाहिए गुरु …