पुण्य – अर्जन का पर्व मकर संक्रांति
(१४ जनवरी : पुण्यकाल : सूर्योदय से सूर्यास्त तक ) संक्रांति का अर्थ है बदलाव का समय | उत्तरायण से देवताओं का ब्राह्ममुहूर्त शुरू हो जाता है | अत: हमारे ऋषियों ने उत्तरायण को साधना व परा – अपरा विद्याओं की प्राप्ति के लिए सिद्धिकाल माना है | मकर संक्रांति पर स्नान, दान व्रत, …