दीपावली पूजन का शास्त्रोक्त विधान
कार्तिक मास में दीपदान का विशेष महत्व है । श्री पुष्कर पुराण में आता है :- तुलायाँ तिलतैलेन सायंकाले समायते । आकाशदीपं यो दद्यान्मासमेकं हरिं प्रति ॥ महती श्रियमाप्नोति रूपसौभाग्यसम्पदम ॥ जो मनुष्य कार्तिक मास में सन्ध्या के समय भगवान श्री हरी के नाम से तिल के तेल का दीप जलाता है, वह अतुल …