मेरी उम्र 45 साल है और मैं बिल्कुल पढ़ी-लिखी नहीं हूँ । मेरे घर ऋषि प्रसाद आती थी पर मैं पढ़-लिख नहीं पाती थी, जिससे बहुत दुःख होता था । मैं प्रार्थना करतीः ″बापू जी मुझे पढ़ना सिखा दो ताकि मैं आपके अमृतवचन पढ़ सकूँ । मैं गुरुपूनम पर पूज्य श्री के दर्शन हेतु जोधपुर …
डीसा (गुजरात) की रहने वाली भगवती बहन पागरानी (वर्तमान निवास – अहमदाबाद), जिनको 6-7 साल की उम्र से ही पूज्य बापू जी के सत्संग एवं सेवा का सौभाग्य मिला है, वे उन परम सौभाग्यशाली क्षणों को याद करते हुए पूज्य श्री के मधुर, प्रेरणादायी प्रसंग बताते हुए कहती हैं- जब पूज्य बापू जी डीसा के …