363 ऋषि प्रसाद: मार्च 2023

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

प्रतिकूलताओं के सिर पर पैर रख के कदम बढ़ाओ – पूज्य बापू
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कर्मयोगी मस्तक की गुफा में बढ़िया-बढ़िया विचार रखकर सड़ानापसंद नहीं करेगा । बड़े विचार, उन्नत विचार तो तब सहायक होते हैंजब वे मस्तक की गुफा से निकलकर कर्मयोग की स्थली पर आयें औरनृत्य करते हुए, वाणी बोलते हुए, व्यवहार करते हुए तुम्हारे दिव्य कर्मोंके रूप में उनका दर्शन हो जाय ।एक लड़के ने अपने गुरु …

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मौन का मजा – साईँ श्री लीलाशाह जी महाराज


ऐ गुरुमुखो ! तुमने कभी मौन का मजा लेकर देखा है ? यदि नहींतो लेकर देखो तो तुम्हें पता चले कि कितना आनंद आता है ! जिह्वाको छोटी न समझो, यह जिह्वा धूप में बिठाये, यही छाया में, यहीजिह्वा मित्र को शत्रु बनाये तो यही शत्रु को मित्र बनाये ।महात्मा गाँधी प्रत्येक सोमवार को मौन …

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स्वस्तिक का महत्त्व क्यों ?


स्वस्तिक अत्यंत प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मंगल प्रतीकमाना जाता रहा है । इसीलिए प्रत्येक शुभ और कल्याणकारी कार्य मेंसर्वप्रथम स्वस्तिक का चिह्न अंकित करने का आदिकाल से ही नियमहै । स्वस्तिक शब्द मूलभूत सू और अस धातु से बना है । सु का अर्थहै अच्छा, कल्याणकारी, मंगलमय । अस का अर्थ है – …

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