364 ऋषि प्रसाद: अप्रैल 2023

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

जितनी निष्कामता उतना आनन्द – पूज्य बापू जी


अकर्तृत्वं अभोक्तृत्वं… भाव को जगाते जायें । काम तो करें किंतुकाम किया हाथ-पैरों ने, सेवा की मन ने, बुद्धि ने, उनको जिसपरमात्मा से सत्ता मिली उसकी स्मृति करते गये तो हो गया परमात्म-सुमिरन । जो काम करते हैं वह ऐसे करें कि काम सेवा हो जाय, बंदगीहो जाय, पूजा हो जाय । हनुमान जी का …

Read More ..