गुरुभक्तियोग की महत्ता – ब्रह्मलीन स्वामी शिवानंद जी
जिस प्रकार शीघ्र ईश्वर दर्शन के लिए कलियुग-साधना के रूप में कीर्तन साधना है, उसी प्रकार इस संशय, नास्तिकता, अभिमान और अहंकार के युग में योग की एक नयी पद्धति यहाँ प्रस्तुत है – गुरुभक्तियोग । यह योग अदभुत है । इसकी शक्ति असीम है । इसका प्रभाव अमोघ है । इसकी महत्ता अवर्णनीय है …