ऋषि प्रसाद

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

बालक गृहपति की एकनिष्ठता – पूज्य बापू जी


बालक गृहपति की एकनिष्ठता – पूज्य बापू जीसौ यज्ञों से भी अधिक पुण्य पंचाक्षर मंत्र का जप करते हएशिवमूर्ति पूजन करने से होता है किंतु शिवलिंग का ॐकार मंत्र से पूजनउससे भी अधिक पुण्यदायी है । और अंतरात्मा शिव का एकांत मेंचिंतन करके ध्यानमग्न होना तो जीव को ऐसी ऊँची दशा देता है किपरम आनंदस्वरूप …

Read More ..

यदि तू इस धर्मयुक्त युद्ध को नहीं करेगा तो पाप को प्राप्त होगा


यदि तू इस धर्मयुक्त युद्ध को नहीं करेगा तो पाप को प्राप्त होगाकई बार धार्मिक लोगों के जीवन में ऐसा अवसर आ जाता है जब वेअर्जुन की भाँति कर्तव्य का निर्णय करने में असमर्थ से हो जाते हैं ।ऐसे में वेद भगवान मार्ग दिखाते हैं- हे मनुष्य ! मनुष्यकृत बातों सेहटता हुआ ईश्वरीय वचन को …

Read More ..

गुरु आज्ञा की अवहेलना का फल – पूज्य बापू जी


ब्रह्मवेत्ता सद्गुरु जो भी आज्ञा करें उसका शिष्य़ को अविलम्बपालन करना चाहिए । गुरु आज्ञा की अवहेलना या गुरु को धोखा देनामहाविनाश को आमंत्रित करता है । यह प्रसंग कुछ ऐसा ही सिद्ध कररहा है ।)गुरु के संकेत में क्या चमत्कार होता है ध्यान देना ! संत दादू जीका खास शिष्य था केशवदास । दादू …

Read More ..