बालक गृहपति की एकनिष्ठता – पूज्य बापू जी
बालक गृहपति की एकनिष्ठता – पूज्य बापू जीसौ यज्ञों से भी अधिक पुण्य पंचाक्षर मंत्र का जप करते हएशिवमूर्ति पूजन करने से होता है किंतु शिवलिंग का ॐकार मंत्र से पूजनउससे भी अधिक पुण्यदायी है । और अंतरात्मा शिव का एकांत मेंचिंतन करके ध्यानमग्न होना तो जीव को ऐसी ऊँची दशा देता है किपरम आनंदस्वरूप …