Tithi-Tyouhar

दुर्गासप्तशती का आविर्भाव


  मोह सकल व्याधिंह क्र मुला | तिन्ह से पुनि उपजहिं बहु सूला || ‘सब रोगों की जड़ मोह (अज्ञान) है | उन व्याधियों से फिर और बहुत-से-शूल उत्पन्न होते हैं |’ जिव को जिन चीजों में मोह होता है, देर-सवेर वे चीजे ही जिव को रुलाती हैं | जिस कुटुम्ब में मोह होता है, …

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नवरात्रि विशेष


  दुःख दर्द बढ़ गए, परेशानियाँ बढ़ गईं, रोग बीमारियाँ बढ़ गयी, मेहंगाई बढ़ गयी, तो क्या करना चाहिए? देवी भागवत के तीसरे स्कन्द में नवरात्रि का महत्त्व वर्णन किया है | मनोवांछित सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए देवी की महिमा सुनायी है, नवरात्रि के 9 दिन उपवास करने के शारीरिक लाभ बताये हैं | …

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