षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश लिखनेवाले गद्दारों का पर्दाफाश-6

षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश लिखनेवाले गद्दारों का पर्दाफाश-6


तभी इनके ऊपर हमें संदेह हुआ और हम इनके सभी हरकतों पर नजर रखने लगे ।।

‘,, अच्छे समर्पित साधक अाश्रम छोड़कर घर लौट रहें है ।।

उनका कहना है ::- गुरु परिवार के एकनिष्ठ साधकों का मुंह बंद करवाने के

लिये,, सुरेशानंद जी के बारे में पूछने पर,, मैयाजी के पक्ष में बोलने

पर,, बंद कमरे में ले जा कर फिल्मी स्टाइल में ट्रीटमेंट किया जाता है ।।

एकनिष्ठ साधक की निष्ठा एक इष्ट में होनी चाहिए. अगर उनकी निष्ठा अपने गुरु में है तो वे गुरु परिवार में निष्ठा नहीं रख सकते. जो गुरुके आश्रम में रहते है उनकी एकनिष्ठा गुरु में होनी चाहिए, गुरु परिवार में नहीं.  जिनकी निष्ठा गुरु परिवार में है उनका मुंह बंद करने कोई नहीं जाता. सुरेशानंद या दुसरे जो भी पलायनवादी आश्रम छोड़कर भाग गए है उनके बारे में आश्रमवालों को पूछना मूर्खता है. जो गुरु के आश्रम के विरुद्ध कार्य करनेवालों का समर्थन करते हो उनके पक्ष में बोलना गुरुके एकनिष्ठ साधक को शोभा नहीं देता. ऐसे लोग अगर उपदेश से न सुधरे तो उनको दुसरे ढंग से भी सुधारना पड़ता है. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *