यदि ईश्वर के रास्ते जाने से कोई रोके तो… – पूज्य बापू जी
संत तुलसीदास जी को मीराबाई ने पत्र लिखा कि ‘घरवाले मेरेअऩुकूल नहीं हैं, मैं भक्ति नहीं कर पा रही हूँ । क्या करूँ ?’ तुलसीदासजी ने लिखाःजा के प्रिय न राम-बैदेही ।तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही ।।जो भगवान के रास्ते चलने में अनुकूल नहीं हैं, जिनको परमात्माप्यारा नहीं लगता वे चाहे बड़े …