361-ऋषि-प्रसाद-जनवरी-2023

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

इस झमेले के दुःखों से पार होना हो तो…. पूज्य बापू जी


जो लोग सोचते हैं, ‘मैं परेशान हूँ, मैं दुःखी हूँ’ वे अपने-आपके बड़े खतरनाक दुश्मन होते हैं । उनके दुःख भगवान भी नहीं मिटा सकते । ‘मैं परेशान हूँ, मैं दुःखी हूँ’ ऐसा चिंतन करने वाला व्यर्थ की परेशानी और दुःख की सृष्टि बनाता रहता है । अगर उसे मरते समय भी पीड़ा हुई और …

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