Gurubhaktiyog

इस घटना के बाद अब, सब कुछ उन नन्हें योगियों के बदल जाने वाला था (भाग-3)


कुछ दिन पूर्व हम सभी ने यह प्रसंग पढा था कि गुरुदेव निवृति नाथ ने माडे खाने की इच्छा व्यक्त की, तब सौपान देव और ज्ञानदेव दोनों गांव में माड़े के लिए सामग्री इकट्ठा करने के लिए गए । जहां पर विसोबा चाटी द्वारा उनको अपमान एवम् तिरस्कार सहना पड़ा और इकट्ठी की हुई सामग्री …

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इस घटना के बाद अब, सब कुछ उन नन्हें योगियों का बदल जाने वाला था (भाग-2)


कल हमने सुना कि साधु स्वभाव के माता-पिता के देहांत के बाद संत ज्ञानेश्वर के मन में कई सवाल उठने लगे, तब उनके गुरुदेव श्री निवृतिनाथ ने उन्हें प्रेरित किया कि यह दोष समाज का नहीं समाज की अज्ञानता का है । समाज को अज्ञानता और कुरीतियों से मुक्त करना है, तो उन्हें उन्हीं की …

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इस घटना के बाद अब सब कुछ उन नन्हें योगियों के बदल जाने वाला था (भाग-1)


गुरुभक्तियोग दिव्य सुख के द्वार खोलने के लिए गुरू चाबी है, गुरुभक्तियोग के अभ्यास से सर्वोच्च शांति के राजमार्ग का प्रारम्भ होता है । सदगुरु के पवित्र चरणों में आत्म-समर्पण करना ही गुरुभक्ति की नींव है, गुरू की संपूर्णताः शरणागति लेना गुरुभक्ति की अनिवार्य शर्त है जो गुरू मुक्तात्मा हैं, उनके कार्य को अश्रद्धा से …

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