280 ऋषि प्रसादः अप्रैल 2016

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

चंचलता मिटाओ, सफलता पाओ


पूज्य बापू जी एकाग्रता सभी क्षेत्रों में सफलता की जननी, कुंजी है। यह एक अदभुत शक्ति है। ध्रुव और प्रह्लाद की सफलता में भी एकाग्रता एक कारण थी। हस्त चांचल्य, नेत्र चांचल्य, वाणी चांचल्य और पाद चांचल्य – ये चार प्रकार की जो चंचलताएँ हैं वे एकाग्रता में बड़ा विघ्न करती हैं। हस्त चांचल्यः हस्त …

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इन्द्रपुर पाकर भी दुःख हाथ लगा !


संसार में रहने वाले जो मनुष्य दूसरों की वस्तु, पदार्थों व ऐश्वर्य इत्यादि को देखकर उसे पाने की इच्छा करते हैं, उनको शिक्षा देने के लिए ऋषि आत्रेय एक लीला करते हैं। आत्रेय ऋषि ने अनुष्ठान द्वारा सर्वत्र गमन करने की शक्ति प्राप्त कर ली थी। एक बार वे घूमते हुए इन्द्रलोक में पहुँचे। इन्द्र …

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ग्रीष्म ऋतु में स्वास्थ्य सुरक्षा


(ग्रीष्म ऋतु 19 अप्रैल से 19 जून 2016 तक) ग्रीष्म ऋतु में शरीर का जलीय व स्निग्ध अंश घटने लगता है। जठराग्नि व रोगप्रतिरोधक क्षमता भी घटने लगती है। इससे उत्पन्न शारीरिक समस्याओं से सुरक्षा हेतु नीचे दी गयी बातों का ध्यान रखें। ग्रीष्म ऋतु में जलन, गर्मी, चक्कर आना, अपच, दस्त, नेत्र विकार (आँख …

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