पग-पग पर गुरुकृपा
‘श्रीमद्भागवत’ में गुरु-महिमा का वर्णन करते हुए भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं- “ज्ञानोपदेश देकर परमात्मा को प्राप्त कराने वाला गुरु तो मेरा स्वरूप ही है।” सभी महान ग्रन्थों ने गुरु महिमा गायी है। जिस ग्रंथ में गुरु महिमा नहीं वह तो सदग्रन्थ ही नहीं है। श्री रामचरितमानस (रामायण) में भी गुरु-महिमा पग-पग पर देखने को मिलती …