गुरु की सरणाई…..
संत नामदेव जी अपने गुरुदेव की महिमा का वर्णन करते हुए कहते हैं- जऊ गुरदेउ त मुलै मुरारि। जऊ गुरदेउ त ऊतरै पारि।।…. …बिनु गुरदेउ अवर नहीं जाई। नामदेव गुरकी सरणाई।। ‘गुरुदेव हैं तो मुरारी (ईश्वर) से भेंट हो सकती है। गुरुदेव हैं तो भवसागर से पार हो सकते हो, वैकुंठ प्राप्त कर सकते हो …