288 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2016

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

गुरु की सरणाई…..


संत नामदेव जी अपने गुरुदेव की महिमा का वर्णन करते हुए कहते हैं- जऊ गुरदेउ त मुलै मुरारि। जऊ गुरदेउ त ऊतरै पारि।।…. …बिनु गुरदेउ अवर नहीं जाई। नामदेव गुरकी सरणाई।। ‘गुरुदेव हैं तो मुरारी (ईश्वर) से भेंट हो सकती है। गुरुदेव हैं तो भवसागर से पार हो सकते हो, वैकुंठ प्राप्त कर सकते हो …

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शीतऋतु में बलसंवर्धन के उपाय


शीत ऋतु 22 अक्तूबर 2016 से 17 फरवरी 2017 तक शीत ऋतु के 4 माह बलसंवर्धन का काल है। इस ऋतु में सेवन किये हुए खाद्य पदार्थों से पूरे वर्ष के लिए शरीर की स्वास्थ्य-रक्षा एवं बल का भंडार एकत्र होता है। अतः पौष्टिक खुराक के साथ आश्रम के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध खजूर, सौभाग्य शुंठी …

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औषधियों गुणों से परिपूर्णः पारिजात


पारिजात या हारसिंगार को देवलोक का वृक्ष कहा जाता है। कहते हैं कि समुद्र मंथन के समय विभिन्न रत्नों के साथ-साथ यह वृक्ष भी प्रकट हुआ था। इसकी छाया में विश्राम करने वाले का बुद्धिबल बढ़ता है। यह वृक्ष नकारात्मक ऊर्जा को भी हटाता है। इसके फूल अत्यंत सुकुमार व सुगंधित  होते हैं जो दिमाग …

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