जीवनोपयोगी सूत्र
संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से जीवन की शोभा और ऊँचाई आवश्यकता पूर्ति और वासना-निवृत्ति में है। मनुष्य में एक होती है वासना से प्रेरित चेष्टा और दूसरी होती है आवश्यकता की पूर्ति। इच्छाओं को सुनिंयत्रित करके निवृत्त करने से जीवन चमकता है और आवश्यकता की सहज में ही पूर्ति होती है। जीवन …