आत्मानंद प्राप्ति का सरल उपाय
श्री समर्थ रामदास स्वामी ने ब्रह्मज्ञानी श्री गुरुदेव की महिमा को बड़े ही रहस्यपूर्ण ढंग से गाया हैः ‘हे सद्गुरुदेव ! आप सुख के सागर हैं, आनंदस्वरूप हैं, आपमें दुःख का लेश भी नहीं है और आप निर्मल होकर एक का भी जहाँ अंत हो जाता है, ऐसे केवल स्वरूपानुभवरूप है। आप इस कलियुगरूपी गंदगी …