223 ऋषि प्रसादः जुलाई 2011

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

आत्मानंद प्राप्ति का सरल उपाय


श्री समर्थ रामदास स्वामी ने ब्रह्मज्ञानी श्री गुरुदेव की महिमा को बड़े ही रहस्यपूर्ण ढंग से गाया हैः ‘हे सद्गुरुदेव ! आप सुख के सागर हैं, आनंदस्वरूप हैं, आपमें दुःख का लेश भी नहीं है और आप निर्मल होकर एक का भी जहाँ अंत हो  जाता है, ऐसे केवल स्वरूपानुभवरूप है। आप इस कलियुगरूपी गंदगी …

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परम हितैषी गुरु की वाणी बिना विचार करे शुभ जानी


पूज्य बापू जी की अमृतवाणी गणेशपुरी (महाराष्ट्र) में मुक्तानंद बाबा हो गये। उनके गुरु का नाम था नित्यानंद स्वामी। नित्यानंद जी के पास एक भक्त दर्शन करने के लिए आता था। उसका नाम था देवराव। वह काननगढ़ में मास्टर था। देवराव खूब श्रद्धा-भाव से अपने गुरु को एकटक देखता रहता था। सन् 1955 की घटना …

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