प्रतिकूलता में विशेष भगवत्कृपा
मनुष्य अनुकूलता तो चाहता है पर प्रतिकूलता नहीं चाहता – यह उसकी कायरता है। अनुकूलता को चाहना ही खास बंधन है, इसके सिवाय और कोई बंधन नहीं है। इस चाह को मिटाने के लिए ही भगवान बहुत प्यार और स्नेह से प्रतिकूलता भेजते हैं। यदि जीवन में प्रतिकूलता आये तो समझना चाहिए कि मेरे ऊपर …