250 ऋषि प्रसादः अक्तूबर 2013

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

पत्रकारिता का चरित्र बना अविश्वसनीय


समाज की श्रद्धा को संत ईश्वर से जोड़ते हैं। वे अपनी सुख-सुविधा की परवाह नहीं करते। वे कष्ट सहकर भी निरपेक्ष भाव से समाज तथा संस्कृति के उत्थान में स्वयं को लगा देते हैं। बहती-उफनती इस विचित्र संसार नदी पर वे स्वयं सेतु बन जाते हैं ताकि लोग पार हो जायें। परंतु संस्कृति-विरोधियों एवं विकृत …

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क्यों नज़रअंदाज किया गया महत्त्वपूर्ण गवाहों को ?


आरोप लगाने वाली लड़की ने जिस जगह की वह मनगढ़ंत घटना बतायी है, जोधपुर के  मणई गाँव में स्थित उस कुटिया की देखभाल करने वाले विष्णु ने एक इंटरव्यू में ऐसे कई तथ्य बताये जिनसे यह सिद्ध हो जाता है  यह एक सुनियोजित षड्यन्त्र है। विष्णुः “आरोप लगाने वाली लड़की व उसका परिवार 16 अगस्त …

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कुप्रचारकों, निंदकों की खुल गयी पोल


अमृत प्रजापति हुआ बेनकाब, अपने ही मुँह से उगले राज पिछले कुछ दिनों से वैद्य अमृत प्रजापति विभिन्न  न्यूज चैनलों पर पूज्य बापू जी और आश्रम पर झूठे, बनावटी आरोप लगा रहा है जबकि हकीकत इस प्रकार हैः आश्रम से निकाले गये वैद्य अमृत गुलाबचंद प्रजापति ने पहले मीडिया में आरोप लगाया था कि आश्रम …

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