दुनिया में आकर तुमने क्या किया ?
भगवत्पाद साँईं श्री लीलाशाह जी महाराज महानिर्वाण दिवसः 1 नवम्बर 2014 परमात्मारूपी मंजिल को तय करने के लिए योग मार्गदर्शन देने वाले ब्रह्मवेत्ता सदगुरुओं की महिमा अवर्णनीय है। वे महापुरुष केवल दिशा ही नहीं बताते बल्कि सरल युक्तियों से उस मार्ग पर ले भी चलते हैं। ऐसे ही सदगुरु थे श्रोत्रिय, ब्रह्मनिष्ठ साँईं श्री लीलाशाहजी …