आत्मविजय का दिनः विजयदशमी
(विजयदशमीः 30 सितम्बर 2017) असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म, दुराचार पर सदाचार, असुरों पर सुरों की जय का पर्व है विजयदशमी। भारतीय संस्कृति, उद्यम, साहस व धैर्य की पूजक है, बुद्धि, शक्ति और पराक्रम की उपासक है। व्यक्ति और समाज में ऐसे सदगुण दृढ़ हो जायें इसलिए अपने पूर्वजों ने जिस उत्सव की व्यवस्था …