दो प्रकार का शासन – पूज्य बापू जी
संयम या शासन दो तरह का होता हैः दूसरों पर शासन करना । अपने पर शासन करना । दूसरों पर शासन करके शोषण करना यह अहंकारी राजाओं और नेताओं का काम है, यह स्वार्थपूर्ण होने से सद्गति नहीं देता । लेकिन दूसरों को भय से बचाकर उनकी भलाई चाहना, दूसरों के दोष मिटाने के लिए …