345 ऋषि प्रसादः सितम्बर 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

दो प्रकार का शासन – पूज्य बापू जी


संयम या शासन दो तरह का होता हैः दूसरों पर शासन करना । अपने पर शासन करना । दूसरों पर शासन करके शोषण करना यह अहंकारी राजाओं और नेताओं का काम है, यह स्वार्थपूर्ण होने से सद्गति नहीं देता । लेकिन दूसरों को भय से बचाकर उनकी भलाई चाहना, दूसरों के दोष मिटाने के लिए …

Read More ..

ज्ञानी का कर्तव्य नहीं स्वनिर्मित विनोद होता है – पूज्य बापू जी


एक श्रद्धालु माई मिठाई बना के लायी और मेरे को दे के बोलीः ″कुछ भी करके साँईं (पूज्य बापू जी के सद्गुरुदेव साँईं श्री लीलाशाह जी महाराज) खायें ऐसा करो, हमारी मिठाई पहुँचती नहीं वहाँ ।″ मैंने ले ली । डीसा में साँईं आये थे । सुबह-सुबह सत्संग  हुआ तो कुछ गिने-गिनाये साधकों के बीच …

Read More ..

प्रसन्नता और समता बनाये रखने का सरल उपाय – पूज्य बापूजी


प्रसन्नता बनाये रखने और उसे बढ़ाने का एक सरल उपाय यह है कि सुबह अपने कमरे में बैठकर जोर से हँसो । आज तक जो सुख-दुःख आया वह बीत गया और जो आयेगा वह बीत जायेगा । जो होगा, देखा जायेगा । आज तो मौज में रहो । भले झूठमूठ में ही हंसो । ऐसा …

Read More ..