Satsang

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वृत्ति से निवृत्ति


https://hariomaudio.standard.us-east-1.oortstorage.com/hariomaudio_satsang/Title/2015/May/Vritti-Se-Nivritti.mp3 बिना अध्यास के कोई कार्य नहीं होता और ये अध्यास जब तक बना रहता है तब तक सत्य का बोध नहीं होता। सत्य का साक्षात्कार नहीं होता और सत्य का साक्षात्कार जब तक नहीं होता तब तक जीव घटीयंत्र की नाईं घूमता रहता है। ॐ ॐ ॐ ॐ पचास साल संसार में भटके,  पूछो- …

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वर्तमान में टिको


  मोह आगे और पीछे धकेल देता है।लेकिन विवेक वर्तमान में ,अपने साक्षी में, अपने अंतर्यामी प्रभु में.. विवेक अपने परमात्मतत्व की स्मृति कराने में सहाय् देता है। ध्यान करते समय भी ऐसा कभी न सोचें कि मेरा भविष्य में ये होगा अथवा भूतकाल में ये हो गया..नहीं ! अगड़म-बगड़म स्वाहा !..इधर उधर की बात …

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श्वासोश्वास की साधना


https://hariomaudio.standard.us-east-1.oortstorage.com/hariomaudio_satsang/Title/2017/Jun/Swasoswas-Ki-Sadhna.mp3 मन के शिष्य इतना शांति नही रख सकते, मन के गुलाम इतने संयमी नही हो सकते, इतनी संख्या मन के गुलामों की हो तो क्या-क्या हो जाए?  ये तो गुरुभक्तों का परिचय है। अभी थोडा परिचय और देना। जो नए-नए है, वो पुराने साधकों से प्राणायाम की विधि सीख ले और घर में ये …

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