महिमा लीलाशाह की
आओ श्रोता तुम्हें सुनाऊँ, महिमा लीलाशाह की। सिंध देश के संत शिरोमणि, बाबा बेपरवाह की।। जय जय लीलाशाह, जय जय लीलाशाह।। -2 बचपन में ही घर को छोड़ा, गुरुचरण में आन पड़ा। तन मन धन सब अर्पण करके, ब्रह्मज्ञान में दृढ़ खड़ा। – 2 नदी पलट सागर में आयी, वृ्त्ति अगम अथाह की।। सिंध …