Tithi-Tyouhar

बिना मुहूर्त के मुहूर्त


(पूज्य बापू जी के सत्संग से) विजयादशमी का दिन बहुत महत्त्व का है और इस दिन सूर्यास्त के पूर्व से लेकर तारे निकलने तक का समय अर्थात् संध्या का समय बहुत उपयोगी है। रघु राजा ने इसी समय कुबेर पर चढ़ाई करने का संकेत कर दिया था कि ‘सोने की मुहरों की वृष्टि करो या …

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दशहरा : सर्वांगीण विकास का एक श्रीगणेश


दशहरा एक दिव्य पर्व है | सभी पर्वों की अपनी-अपनी महिमा है किंतु दशहरा पर्व की महिमा जीवन के सभी पहलुओं के विकास, सर्वांगीण विकास की तरफ इशारा करती है | दशहरे के बाद पर्वो का झुंड आयेगा लेकिन सर्वांगीण विकास का श्रीगणेश करता है दशहरा | दशहरा दश पापों को हरनेवाला, दश शक्तियों को …

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