Tithi-Tyouhar

श्राद्धयोग्य स्थान


  समुद्र तथा समुद्र में गिरने वाली नदियों के तट पर, गौशाला में जहाँ बैल न हों, नदी-संगम पर, उच्च गिरिशिखर पर, वनों में लीपी-पुती स्वच्छ एवं मनोहर भूमि पर, गोबर से लीपे हुए एकांत घर में नित्य ही विधिपूर्वक श्राद्ध करने से मनोरथ पूर्ण होते हैं और निष्काम भाव से करने पर व्यक्ति अंतःकरण …

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श्राद्ध में पालने योग्य नियम


श्रद्धा और मंत्र के मेल से पितरों की तृप्ति के निमित्त जो विधि होती है उसे ‘श्राद्ध’ कहते हैं। हमारे जिन संबंधियों का देहावसान हो गया है, जिनको दूसरा शरीर नहीं मिला है वे पितृलोक में अथवा इधर-उधर विचरण करते हैं, उनके लिए पिण्डदान किया जाता है। बच्चों एवं संन्यासियों के लिए पिण्डदान  नहीं किया जाता। विचारशील पुरुष …

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श्राद्ध में प्रति व्यक्ति के लिए पूजन सामग्री


  श्राद्ध में प्रति व्यक्ति के लिए पूजन सामग्री १. यज्ञोपवीत -१ नंग (बहनों को नहीं देना है) २. कच्चा सूत -१० टुकड़ा (३ इंच का) ३. नाड़ाछड़ी -१ बित्ता का १ नंग ४. सुपारी – १ नंग (विष्णु पूजन हेतु) ५. कंकु, अबीर, गुलाल, सिंदुर – १० ग्राम(२-२ ग्राम सब) ६. चंदन -१० ग्राम …

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