तुलसीपत्र में तुल गए भगवान…. (बोध कथा)
बाबा मुक्तानंद जी से किसी ने पूछा कि बाबा कहा जाता है कि गुरू को शिष्य की उतनी ही जरूरत होती है जितनी शिष्य को गुरू की । शिष्य की गुरू को जरूरत होती तो ठीक है परन्तु क्या गुरू की भी शिष्य को जरूरत होती है । बाबा ने कहा शिष्य को बारम्बार पग-2 …